Navjot Singh Sidhu : पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को तो आप सब लोग जानते ही होंगे ज्यादातर लोग उन्हें कपिल शर्मा शो की वजह से जानते हैं लेकिन वह एक पूर्व सलामी बल्लेबाज भी रहे हैं जिन्होंने काफी क्रिकेट खेला था। नवजोत सिंह सिद्धू का जन्मदिन है इसलिए हम आज उनके बारे में काफी बातें आपको बताने वाले हैं और उनकी जिंदगी का एक हिस्सा भी बताने वाले हैं जब मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेल रहे थे।
नवजोत सिंह सिद्धू ने बल्लेबाजी में आक्रामकता रखते थे और वैसा ही व्यवहार उनका क्रिकेट के मैदान पर भी होता था जब भी मैं खेलते थे। लेकिन अब उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है उसके बाद में उन्होंने राजनीति में कदम रखा है। वैसे तो बहुत से क्रिकेट के खिलाड़ियों ने संन्यास के बाद राजनीति की है लेकिन भारत में नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) जैसा मुकाम कोई भी हासिल नहीं कर पाया है। सिद्धू पहले भाजपा में थे और अब कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ते हैं।
Navjot Singh Sidhu : सिद्धू काफी आक्रामक खिलाड़ी थे
नवजोत सिंह सिद्धू काफी आक्रामक खिलाड़ी थे और वह मैदान पर भी जल्द ही गुस्सा हो जाते थे. उन्होंने एक बार तो पाकिस्तान के पूर्व कप्तान आमिर सोहेल पर बल्ला भी चला दिया था। दरअसल यह किस्सा 15 अप्रैल 1996 का है जब भारत और पाकिस्तान के बीच में मैच शारजहां में खेला जा रहा था। इस मैच में सचिन तेंदुलकर और नवजोत सिंह सिद्धू शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे जिससे पाकिस्तान के खिलाड़ी काफी परेशान हो गए थे इसीलिए उन्होंने सिद्धू के साथ स्लेजिंग करने का काम किया लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू यह सब बर्दाश्त नहीं कर सके।
सिद्धार्थ जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनिस गेंदबाजी कराने के लिए आए उन्होंने सिद्धू से कहा कि “ओए सरदार सीधे बल्ले से खेल, आड़े टेड शॉट क्यों मार रहा है।” सिद्धू ने इसका आक्रामक रूप से जवाब देते हुए कहा “कटी उंगली, अपने काम से काम रखो नहीं तो तेरा हाथ भी काट दूंगा”। दरअसल सिद्धू ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वकार यूनुस के बाएं हाथ में सिर्फ 4 अंगुलियां ही थी।
इतने में ही पाकिस्तान के कप्तान आमिर सोहेल लड़ाई में कूद गए तो उन्होंने सिद्धू से कहा “ओए सरदार अच्छा व्यवहार करो”। इतने में तो सिद्धू और भी गुस्सा हो गए और आमिर पर बल्ला लेकर चढ़ ही गए थे। सिद्धू आमिर की तरफ यह कहते हुए बढ़ रहे थे “तुम गए आज”। सिद्धू बहुत गुस्से में लग रहे थे इसलिए अंपायरों ने बीच में आकर उनको रोका और यह मामला शांत किया।