IPL 2022 : पिछले कुछ मैच से जोस बटलर का बल्ला थोड़ा खामोश है, लेकिन शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ वो अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे. मौजूदा सीजन (IPL 2022) में वे अब तक 3 शतक जड़ चुके हैं राजस्थान रॉयल्स के ओपनर बल्लेबाज बटलर। संजू सैमसन की कप्तानी वाली रॉयल्स की टीम अगर यह मैच जीत लेती है, तो वह ना सिर्फ प्लेऑफ में पहुंच जाएगी, साथ ही नंबर-2 पर भी आ जाएगी, क्योंकि उसका नेट रनरेट लखनऊ से अच्छा है।

इस तरह वह क्वालिफायर-1 में जगह पक्की कर लेगी और फाइनल में पहुंचने के 2 मौके पायेगी. ऐसे में लखनऊ सुपर जायंट्स की नजर इस मैच पर बानी रहेगी। दूसरी ओर एमएस धोनी के नेतृत्व वाली सीएसके की टीम पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। राजस्थान ने अभी 13 मैच में 16 अंक प्राप्त किये हैं, वहीं लखनऊ के 14 मैच में 18 अंक हैं।

IPL 2022

IPL 2022 में राजस्थान रॉयल्स की सफलता में बटलर और युजवेंद्र चहल का बहुत बड़ा योगदान

जोस बटलर ने पिछले 4 मैचों में 22, 30, 7 और 2 रन की पारी खेली हैं, जबकि वह सबसे रन (627 रन) बनाकर इस समय टॉप पर चल रहे हैं। IPL 2022 में राजस्थान रॉयल्स की सफलता में बटलर और युजवेंद्र चहल का बहुत बड़ा योगदान रहा है, चहल अब तक 24 विकेट चटका चुके हैं। बटलर 3 शतक और 3 ही अर्धशतक जड़ चुके हैं। चहल ने गेंदबाजी में अपनी पकड़ बना रखी है, लेकिन बटलर की बात करें तो उनकी फॉर्म में थोड़ी गड़बड़ देखने को मिली है।

वहीं सीएसके की गेंदबाजी में मुकेश चौधरी, सिमरजीत सिंह और ‘बेबी मलिंगा’ के नाम से मशहूर मथिशा पथिराना अंतिम मुकाबले में अपना लोहा मनवाना चाहेंगे। टूर्नामेंट के ज्यादातर मैचों में खराब बल्लेबाजी के कारण टीम का मनोबल टुटा हुआ है, बटलर जहां राजस्थान रॉयल्स के लिए बल्लेबाजी में शीर्ष पर बने हुए हैं तो सीएसके के ऋतुराज गायकवाड़ ने बाद में फॉम हासिल की, जिससे वह अभी तक 366 रन बना चुके हैं। टीम से और कोई बल्लेबाज 300 रन के करीब तक नहीं पहुंच पाया है. डेवोन कॉनवे ने दूसरे हाफ में अधिक मैच खेले और 236 रन बना चुके हैं।

सीएसके के ज्यादातर सीनियर खिलाड़ी जैसे एमएस धोनी (206), अंबाती रायुडू (271) और रॉबिन उथप्पा (230) इस सीजन (IPL 2022) में कुछ खास नहीं कर सके, जो टीम की सबसे बड़ी परेशानी रही है। चोटिल तेज गेंदबाज दीपक चाहर की अनुपस्थिति और जोश हेजलवुड को रिटेन न कर पाने से टीम की गेंदबाजी काफी प्रभावित हुई है। उनके पास गेंदबाजी में अनुभव की कमी थी, जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। पथिराना का गेंदबाजी एक्शन लसिथ मलिंगा के एक्शन की तरह ही लगता है, उन्होंने धोनी को प्रभावित किया लेकिन अभी काम करना बाकी है.

मुकेश चौधरी (16 विकेट), सिमरजीत (3 विकेट) और स्पिनर महेश तीक्षणा (12) अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन वे अभी तक खुद को मैच विजेता साबित नहीं कर पाए हैं. राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजी आक्रमण को टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ में से एक कहा जा सकता है, जिसमें चहल (24 विकेट) और आर अश्विन (10 विकेट) की स्पिन जोड़ी ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है. प्रसिद्ध कृष्णा (15 विकेट) ने भी ज्यादातर दिन धारधार गेंदबाजी की है और ट्रेंट बोल्ट (12 विकेट) की गेंदों को खेलना भी किसी भी शीर्ष क्रम के लिए मुश्किल हो जाता है.

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