Ajit Agarkar : दोस्तों भारतीय टीम में मिडल ऑर्डर बैट्समैन के लिए काफी समय से खोज हो रही है बहुत से खिलाड़ियों को मिडिल ऑर्डर में खिलाने के लिए अलग-अलग प्रयोग किए गए हैं। लेकिन अभी भी खोज पूरी नहीं हुई है कई बार खिलाड़ी कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं लेकिन वे उसको जारी नहीं रख पाते है। अभी भारतीय मिडल ऑर्डर बैट्समैन की बात की जाए तो श्रेयस अय्यर काफी लंबे समय से इस पद पर बने हुए हैं लेकिन अभी भी वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे।

श्रेयस अय्यर के ऐसे प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय पूर्व खिलाड़ी अजीत अगरकर का कहना है कि अगर अय्यर के प्रदर्शन में सुधार नहीं आया तो उनका अंजाम भी कुछ अच्छा नहीं होगा। हालांकि की श्रेयस अय्यर ने काफी अच्छी पारियां भी खेली है लेकिन जब से पिछले सीजन इंजरी के बाद वे वापस आए हैं तो कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है। अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने कहा कि मिडिल ऑर्डर में सूर्यकुमार यादव काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और मुझे लगता है कि अगर इन दोनों का काम ऐसे ही चलता रहा तो सूर्यकुमार यादव श्रेयस अय्यर की जगह है ले लेंगे।

Ajit Agarkar

Ajit Agarkar : शार्ट बॉल की कमजोरी पर काम करना होगा

अजीत अगरकर ने कहा कि ” चीजें बदल गई है श्रेयस अय्यर ऐसे खिलाड़ी है जिनकी जगह पर खतरा मंडरा रहा है। हम सबको पता है कि सूर्यकुमार यादव ने कितने शानदार तरीके से खेला इसके अलावा एक और प्रॉब्लम है उन्हें अपने शार्ट बॉल की कमजोरी पर काम करना होगा। ”

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी स्कॉट स्टायरिस ने अभी कुछ समय पहले श्रेयस अय्यर को लेकर एक बड़ी बात कही थी। स्कॉट स्टायरिस का कहना है कि अय्यर एक बेहतरीन खिलाड़ी है लेकिन वे भारतीय पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना के जैसे ही है यह दोनों ही छोटी गेंदों के सामने फस जाते हैं। अगर श्रेयस अय्यर अपनी इस कमजोरी पर काम कर लेते हैं तो यकीनन वे भारतीय क्रिकेट टीम में मिडिल ऑर्डर के लिए पहला नाम होंगे।

Ajit Agarkar : अय्यर की पोजीशन पर खतरा

अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने कहा है कि जैसे ही सूर्यकुमार यादव अच्छा प्रदर्शन करने लगे हैं तो अय्यर की पोजीशन पर खतरा मंडराने लग गया है और उनकी एक कमजोरी भी है कि वह छोटी गेंदों के सामने फस जाते हैं तो अगर उन्होंने अपनी इस कमजोरी पर काम नहीं किया तो जल्द ही सूर्यकुमार यादव उनकी जगह ले लेंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले वनडे में उन्होंने ऐसी गेंदों को छोड़ दिया यह एक अच्छी बात है।

आगे कहा कि ” ओवर में सिर्फ दो बाउंसर फेंका जा सकता है और जब आप उसे खेल नहीं सकते तो बेहतर है कि आप से छोड़ दे एक बार वह तैयारी कर ले ताकि उन गेंदों को खेल सके यह एक ऐसा शॉट है जिसे उन्हें जल्दी नहीं ट्राई करनी चाहिए हालांकि उनके पास पर्याप्त क्षमता है।”

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