Ajinkya Rahane : दोस्तों एक टीम के खिलाड़ी विरोधी टीम के खिलाड़ियों की स्लेजिंग तो करते ही रहते हैं लेकिन दिलीप ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले से एक ऐसी खबर सामने आ रही है की स्लेजिंग करने वाले खिलाड़ी को उनकी ही टीम के कप्तान ने बाहर निकाल दिया। दरअसल बात दिलीप ट्रॉफी के फाइनल के अंतिम दिन की है जब अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में वेस्ट जोन की टीम फील्डिंग कर रही थी तो उनके एक खिलाड़ी ने विरोधी टीम के बल्लेबाज को काफी परेशान किया और बदतमीजी भी की जिसके चलते अजिंक्य रहाणे ने उनको तुरंत सजा दे दी और मैदान से बाहर कर दिया।

दिलीप ट्रॉफी का फाइनल वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच खेला जा रहा था। जिसने वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने अपने ही टीम के खिलाड़ी को अनुशासनहीनता करते देख उसको पहले तो समझाया लेकिन वह फिर से वही गलती कर रहा था तो अजिंक्य रहाणे ने से बाहर निकाल दिया। दरअसल यह खिलाड़ी कोई और नहीं वेस्ट जोन की तरफ से दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले यशस्वी जयसवाल ही है जिन्होंने वेस्ट जोन की टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है और इनको प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था।

Ajinkya Rahane

Ajinkya Rahane : रहाणे को आया गुस्सा

वैसे तो अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) काफी शांत स्वभाव के हैं लेकिन फिर भी कभी-कभी इनको गुस्सा आ जाता है लेकिन ऐसे मामलों में भी यह काफी शांत ही रहकर नियमों के अनुसार काम करते है। जब यशस्वी जयसवाल में विरोधी टीम के खिलाड़ी रवि तेजा पर टिप्पणियां की तो रवि तेजा ने इसकी शिकायत भी की।

इसके बाद जब कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने यशस्वी जयसवाल को समझाया और फिर से मैच शुरू हुआ तो भी यशस्वी जायसवाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और रवि तेजा पर टिप्पणियां करना जारी रखा। इस बात से गुस्सा होकर कप्तान ने उन्हें बाहर निकाल दिया और करीब 7 ओवर तक 10 खिलाड़ियों के साथ ही फिल्डिंग की और बाद में जायसवाल को फिल्डिंग के लिया बुला लिया गया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब विराट कोहली नहीं थे तो मैच में रहाणे ने ही कप्तानी की थी। उस समय भी भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद सिराज को नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था तो कप्तान अजिंक्य रहाणे से बिना किसी से उलझे मैच रेफरी को जाकर इसकी शिकायत की और मामले को अनुशासन में रहकर संभाला। इससे पता चलता है कि अजिंक्य रहाणे काफी अनुशासन में रहने वाले खिलाड़ी हैं। जयसवाल के मामले में भी उन्होंने यही कहा कि “मैं हमेशा से अपने विरोधी, अंपायर और मैच अधिकारियों का सम्मान करता हूं इसलिए कभी कभी इस कदम उठाने जरूरी होते है।

Ajinkya Rahane : बड़े अंतर से जीता दिलीप ट्रॉफी का फाइनल

वेस्ट जोन की टीम ने 529 रन का एक बड़ा टारगेट साउथ जोन के सामने रखा। इस बड़े टारगेट में यशस्वी जयसवाल का दोहरा शतक भी शामिल था। लेकिन साउथ जोन की टीम में यह लक्ष्य हासिल करने से बहुत दूर रह गई और वेस्ट जोन ने यह मैच 294 रनों से जीत लिया। इस मैच के लिए यशस्वी जयसवाल को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

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