क्रिकेट का नाम लेते ही मन में रोमांच और मनोरंजन का खयाल सबसे पहले आता है। इस खेल को दुनिया भर में काफी पसंद किया जाता है। मैच के दौरान खिलाड़ियों को चोट लगना तो आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अतीत में कई बार मैदान पर कुछ क्रिकेटर्स के इतनी भयंकर चोट लग चुकी है, जिसके चलते उनकी मौत ही हो गई। मैच के दौरान खिलाड़ी की मृत्यु सभी को स्तब्ध कर देती है। पूरा क्रिकेट जगत व देश इस घटना से दुखी हो जाता है।
इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैं क्रिकेटर्स के साथ हुई ऐसी ही कुछ दुखद घटनाओं के बारे में
1.फिलिप ह्यूज
फिलिप ह्यूज (30 नवम्बर 1988 – 27 नवम्बर 2014) ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाड़ी थे। वह बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज थे। ह्यूज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के उभरते हुए सितारे थे, जिन्होंने अपने टेस्ट करियर का पदार्पण सन् 2009 में 20 वर्ष की उम्र में किया था। वे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज होने के साथ साथ कभी कभी विकेटकीपर की भूमिका भी निभाया करते थे। फिलिप एक अच्छे बल्लेबाज थे।
इसका प्रमाण उन्होंने अपने दूसरे टेस्ट में ही दे दिया था, जब वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डर्बन की उछाल भरी पिच पर मात्र 20 वर्ष की उम्र में अपना पहला शतक (115 रन) बनाया था। इस शतक के साथ ही ह्यूज का नाम ऑस्ट्रेलिया के सबसे कम उम्र में शतक मारने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गया था।
साल 2014 की 25 नवम्बर को ऑस्ट्रेलिया की घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता, शेफील्ड शील्ड के साउथ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के मैच में 63 नाबाद पर खेलते हुए सीन एबॉट की बाउंसर गेंद ह्यूज के हेलमेट के नीचे से उनके सर पर लगी, जिससे उनकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया और मस्तिष्क की नस फट गई। चोट लगने के कुछ ही सेकंड के अंदर ह्यूज वहीं पिच पर गिर गए और उनकी मौत हो गई।
फिलिप ने हेलमेट पहन रखा था पर बॉल अरक्षित क्षेत्र में लगी। वह वहीं बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाए गया, जहाँ उनकी सर्जरी हुई और उन्हें गहन चिकित्सा विभाग में रखा गया। उस मैच को तत्काल रद्द कर दिया गया। 27 नवम्बर 2014 को बिना होश आए और अपने 26 वें जन्मदिन से तीन दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई।
2.रमन लांबा
रमन लंबा (2 जनवरी 1960 उत्तर प्रदेश में–23 फ़रवरी 1998 ढाका में) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी थे, जिन्होंने मुख्यतः एक बल्लेबाज के रूप में चार टेस्ट और 32 वनडे मैच खेले। उनकी मृत्यु तब हो गई जब वे बंगबंधु स्टेडियम में ढाका क्लब क्रिकेट मैच में शॉर्ट लेग पर बिना हेलमेट के क्षेत्ररक्षण कर रहे थे।
बल्लेबाज मेहराब हुसैन ने गेंद को जोर से मारा और वह लाम्बा के सिर पर लगी और वापस विकेटकीपर मसूद खालिद के पास पहुंच गई। बांग्लादेश के पूर्व कप्तान, मोहम्मद अमिनुल इस्लाम याद करते हैं “मैं नया आदमी था और मैंने रमन से पूछा कि क्या वह ठीक है।
उन्होंने कहा,’बुल्ली [इस्लाम का उपनाम बुलबुल है] मैं तो मर गया’। हालांकि, चोट विशेष रूप से गंभीर प्रतीत नहीं हुई, उन्हें एक आंतरिक रक्तस्त्राव का सामना करना पड़ा और दिल्ली से एक न्यूरोसर्जन को बुलाये जाने के बावजूद शीघ्र ही उनकी मृत्यु हो गई।
भारत के लिए एक वनडे खिलाड़ी के रूप में रमन लांबा 1986 ऑस्ट्रेलिया कप फाइनल में प्रस्तुत हुए, जहां उन्होंने कपिल देव की गेंद पर अब्दुल कादिर को एक शानदार कैच लेकर आउट कर दिया था। एक दिवसीय क्रिकेट में उनकी शुरुआत काफी अच्छी रही और उन्होंने अपने पहले ही मैच में 64 रन बनाए और अपने छठे मैच में 102 रन और एक शतक और 2 अर्द्धशतक के साथ प्रति पारी 55.60 के औसत से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 278 रन बनाने के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज घोषित किया गया था।
3.अब्दुल अजीज
अब्दुल अजीज का जन्म पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। ये एक बेहतरीन विकेट कीपर बल्लेबाज थे। ये पाकिस्तान की तरफ से प्रथम श्रेणी के मैच खेला करते थे। इनकी मृत्यु सीने पर गेंद लग जाने के कारण हुई थी।
4.इयान फोले
इयान फोले (9 जनवरी 1963 – 30 अगस्त 1993)- इयान फोले दाए हाथ के इंग्लिश क्रिकेटर थे। इसके साथ ही साथ ये बाए हाथ के गेंदबाज भी थे। ये शुरूआती दौर में मध्यम गति के तेज गेंदबाज थे। आगे चलकर इन्होंने स्पिन गेंदबाजी करनी शुरू कर दी। इनकी मृत्यु 30 साल की बेहद कम उम्र में एक मैच के दौरान हुई थी।
5.जुल्फिकार भट्टी
जुल्फिकार भट्टी की मृत्यु क्रिकेट खेलते समय सीने पर गेंद लगने से हुई थी। बेगम खुरशीद मेमोरियल टूर्नामेंट टी 20 मैच के दौरान पुल शॉट लगाने के दौरान यह घटना घटी थी। चोट लगने के बाद तुरंत इन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहाँ इन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना के बाद पाकिस्तान के सुक्कुर जिले में 3 दिन का शोक रखा गया था।